Smartphone Prices Hike in India: Vivo, Samsung Models Get Expensive by Up to ₹2000

महंगाई के बीच आम आदमी के लिए बड़ा झटका: अगर आप नया स्मार्टफोन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। महंगाई से पहले से ही जूझ रहे आम आदमी को एक और बड़ा झटका लगा है। त्योहारी सीजन खत्म होते ही देश भर में स्मार्टफोन कंपनियों ने अपने मोबाइल फोन की कीमतें बढ़ा दी हैं। यह कीमतों में इजाफा छोटे-बड़े लगभग सभी ब्रांड्स ने किया है, जिससे ग्राहकों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है।

इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि स्मार्टफोन की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं, कौन-कौन से मोबाइल फोन महंगे हुए हैं, और भविष्य में क्या उम्मीद की जा सकती है।

किन-किन स्मार्टफोन्स की कीमतों में हुई बढ़ोतरी? (Price Increase List)

मीडिया रिपोर्ट्स और इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक, कई लोकप्रिय ब्रांड्स के स्मार्टफोन मॉडल्स की कीमतों में ₹500 से लेकर ₹2000 तक की बढ़ोतरी देखी गई है। नीचे दी गई टेबल से आप साफ समझ सकते हैं कि किस मॉडल पर कितना अतिरिक्त खर्च आएगा:

ब्रांडमॉडल / सीरीजअनुमानित कीमत वृद्धि
VivoT-Series (T4 Lite 5G, T4* 5G)₹1,500 तक
VivoReno 14 Series₹1,000 – ₹2,000
VivoF31 Series₹1,000 – ₹2,000
SamsungGalaxy A17₹500
Samsungचार्जर के बिना वाले मॉडल*₹1,300 (अलग से)

*नोट: Samsung के कुछ मॉडल्स अब चार्जर के साथ नहीं आते। अगर उपभोक्ता को अलग से चार्जर खरीदना पड़े, तो उनके लिए फोन की कुल कीमत ₹1,800 तक बढ़ जाती है।

स्मार्टफोन महंगा होने के पीछे का बड़ा कारण क्या है?

सवाल उठता है कि आखिर अचानक स्मार्टफोन की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं? इसके पीछे का मुख्य कारण ग्लोबल सप्लाई चेन में आ रही दिक्कतें हैं।

  • स्टोरेज कंपोनेंट्स की कीमतों में उछाल: दुनिया भर में SSD, RAM और अन्य मेमोरी कंपोनेंट्स की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। अगस्त 2025 से चिप और मेमोरी कंपोनेंट्स की कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं।
  • मेमोरी की सप्लाई में कमी: मांग बढ़ने के बावजूद मेमोरी चिप्स की सप्लाई लगातार सीमित बनी हुई है, जिससे यह समस्या और गहरा रही है।
  • एआई (AI) की बढ़ती भूख: डेटा सेंटर्स और जनरेटिव एआई मॉडल्स को पावर देने के लिए हाई-एंड मेमोरी चिप्स की भारी मांग पैदा हुई है। वे चिप्स जो पहले स्मार्टफोन में लगते थे, अब एआई सिस्टम चलाने में ज्यादा इस्तेमाल हो रहे हैं।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और कंपनियों का क्या कहना है?

  • Realme इंडिया के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि 2025 ने पूरी स्मार्टफोन इंडस्ट्री के सामने एक नई चुनौती पेश की है। स्टोरेज कंपोनेंट्स की लागत में तेज और लगातार इजाफा हो रहा है और यह समस्या सिर्फ एक ब्रांड या प्राइस सेगमेंट तक सीमित नहीं है।
  • ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन (AIMRA) ने मोबाइल फोन की कीमतों में इस अचानक और लगातार बढ़ोतरी को लेकर चेतावनी जारी की है।

क्या 2026 तक बढ़ती रहेंगी स्मार्टफोन की कीमतें?

दुर्भाग्य से, इंडस्ट्री रिसर्च और जानकारों का मानना है कि यह ट्रेंड अभी थमने वाला नहीं है। अनुमान लगाया जा रहा है कि चिप, मेमोरी और अन्य कच्चे माल की कीमतें 2026 के अंत तक बढ़ती रह सकती हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि आने वाले समय में स्मार्टफोन और महंगे हो सकते हैं।

क्या है संभावित समाधान? रिटेलर्स की मांग

इस संकट से निपटने के लिए, ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन (AIMRA) ने भारत सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उनकी मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:

  • जीएसटी (GST) में कटौती: मोबाइल फोन पर लगने वाले गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को मौजूदा 18% से घटाकर 5% करने की मांग की गई है।
  • मकसद: ऐसा करने से ग्लोबल सप्लाई चेन की बढ़ती लागत को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा और आम नागरिक के लिए डिजिटल पहुंच किफायती बनी रहेगी।

निष्कर्ष: आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा?

कुल मिलाकर, स्मार्टफोन की बढ़ती कीमतें आम आदमी के लिए एक बड़ी मुसीबत बनकर आई हैं। त्योहारों के बाद की इस अचानक कीमत वृद्धि ने उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा प्रहार किया है। ऐसे में, ग्राहकों के सामने एक मुश्किल विकल्प है — या तो अभी बढ़ी हुई कीमत पर फोन खरीदें, या फिर कीमतों के स्थिर होने का इंतजार करें, जो कि अगले साल तक संभव नहीं दिख रहा।

आपका क्या विचार है? क्या आप इस बढ़ोतरी के बावजूद अभी स्मार्टफोन खरीदने की योजना बना रहे हैं, या फिर इंतजार करना बेहतर समझेंगे? हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

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